5 मिनट, जनवरी 02, 2023
क्रेडिट स्कोर, ऋणदाताओं को ऋणकर्ता की साख के बारे में बताता है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो क्रेडिट स्कोर बताता है कि ऋणकर्ता समय पर अपना ऋण यानी लोन चुका देता है या भुगतान से चूकता है। यह बैंक को बताता है कि ऋणकर्ता के साथ ज्यादा जोखिम है या कम जोखिम है।
क्रेडिट स्कोर क्या होता है?
क्रेडिट स्कोर वह स्कोर होता है जोकि विभिन्न मानकों पर आधारित होता है, जैसे उम्र, डाक पता, लोन की संख्या और बकाया लोन राशि, लोन अदा करने का इतिहास- अपने मौजूदा लोन को चुकाने में कितने नियमित हैं, आदि। ये सारे व्यापक कारक हैं जोकि आपका क्रेडिट स्कोर तय करते हैं। इसके अलावा और भी कारक हो सकते हैं, जो क्रेडिट ब्यूरो के पास उपलब्ध आंकड़ों पर निर्भर करते हैं।
क्रेडिट ब्यूरो, इन कारकों के आधार पर 300 से 900 के बीच अंक देता है। 300 सबसे कम होता है और 900 सबसे ज्यादा होता है। उच्च स्कोर का मतलब है कि लोन आवेदन के स्वीकृत हो जाने की संभावना काफी ज्यादा है। कुछ मामलों में, यदि आपका स्कोर ज्यादा है तो बैंक कम ब्याज दर ऑफर करते हैं।
भारत में संचालित हो रहे, क्रेडिट ब्यूरो हैं, ट्रांसयूनियन सिबिल, एक्सपेरियन, इक्विफैक्स और सीआरआईएफ हाईमार्क। बैंक, ब्यूरो को अपने ग्राहकों का डेटा देते हैं और इस डेटा के आधार पर ब्यूरो स्कोर प्रदान करते हैं। हालांकि, डेटा तो सबका समान ही होता है लेकिन अलग-अलग ब्यूरो के स्कोर में अंतर आ सकता है कि वे उन मानकों को कितना महत्व दे रहे हैं।
अपने क्रेडिट स्कोर की जांच करें
भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार, हर कोई साल में एक बार फ्री क्रेडिट स्कोर और रिपोर्ट देख सकता है। यदि आप अपना क्रेडिट स्कोर एक से ज्यादा बार देखना चाहते हैं तो आपको उसका शुल्क देना होगा।
किस तरह आप अपना क्रेडिट स्कोर देख सकते हैं:
(1) क्रेडिट ब्यूरो की वेबसाइट पर जाएं और मुफ्त क्रेडिट रिपोर्ट की लिंक देखें।
(2) अपना ईमेल आईडी, नाम, जन्मतिथि, लिंग के बारे में जानकारी उपलब्ध करा कर क्रेडिट ब्यूरों में अपना एक अकाउंट बनाएं।
(3) साथ ही पहचान तथा पते की पुष्टि के लिये भी अपना विवरण दें जैसे पैन/आधार/पासपोर्ट नंबर/लाइसेंस नंबर।
(4) नियम और शर्तें स्वीकार करने के बाद, आपको क्रेडिट स्कोर मिलेगा और रिपोर्ट आपके ईमेल पर आ जाएगा।
(5) कुछ मामलों में, आपको एक पर्सनल/बिजनेस रिपोर्ट सिलेक्ट करनी होगी। ऋणकर्ता को पर्सनल रिपोर्ट को सिलेक्ट करना होगा।
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आपको अपना क्रेडिट स्कोर क्यों जांचना चाहिए?
यदि आप कोई लोन लेना चाहते हैं तो अपना क्रेडिट स्कोर जांचते रहना अच्छी आदत है। इससे आपको यह जानने का मौका मिलेगा कि आपका लोन आवेदन स्वीकृत होगा या नहीं। यदि आपको ज्यादा स्कोर मिला है तो आपके लोन की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ेगी। आप बैंक से कम ब्याज दर की मांग भी कर सकते हैं।
यदि क्रेडिट रिपोर्ट में कुछ त्रुटि नजर आ रही है जैसे आपने जो लोन नहीं लिया है या फिर कोई ऐसा लोन लिया है जिसका भुगतान आपने कर दिया है लेकिन अभी भी भुगतान किया हुआ नहीं दिख रहा है, तो आप बैंक को सुधार करने के लिये कह सकते हैं। लेकिन याद रखें यदि आप लगातार अपने क्रेडिट स्कोर की जांच कर रहे हैं तो यह क्रेडिट का अच्छा व्यवहार नहीं माना जाता है। इस आधार पर आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव नजर आ सकता है।
डिस्क्लेमर: यह आलेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है। इस लेख में व्यक्त विचार व्यक्तिगत हैं और जरूरी नहीं कि ये ऐक्सिस बैंक लिमिटेड और उसके कर्मचारियों के विचार हों। ऐक्सिस बैंक लिमिटेड और/या लेखक सामग्री और जानकारी के आधार पर किसी भी वित्तीय निर्णय लेने के लिये पाठक द्वारा किए गए किसी भी प्रत्यक्ष / अप्रत्यक्ष नुकसान या दायित्व के लिये जिम्मेदार नहीं होंगे। कोई भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें