4 मिनट, मार्च 28, 2023
आप अभी तक म्यूचुअल फंड में निवेश करने के बारे में सोचते रहे होंगे और आपने सुना होगा कि दिन में एनएवी के लिए कट-ऑफ का समय दोपहर के 3.00 बजे होता है। अगर आप उस फंड को दोपहर 3 बजे के पहले खरीदते हैं, तो आपको उसी दिन का एनएवी मिलेगा और अगर आप उसे 3 बजे के बाद खरीदते हैं, तो अगले दिन का एनएवी लागू हो जाएगा। अब आपको लगता होगा कि क्या एनएवी और स्टॉक की कीमत क्या एक ही चीज़ है? क्या एनएवी फंड के प्रदर्शन को निर्धारित करता है? अगर आप एक फंड को 50 रुपये एनएवी के बजाय 10 रुपये एनएवी पर खरीदते हैं, तो क्या आपको इससे फायदा होगा ?
इस लेख में एक निवेशक होने के नाते एनएवी से जुड़े आपके सभी सवालों के जवाब मिलेंगे और आप उसका महत्व भी समझ पाएंगे।
एनएवी क्या है ?
फंड स्कीम के सिक्योरिटीज पोर्टफोलियो से खर्चे घटाने के बाद उसे उस स्कीम के कुल यूनिट की संख्या से भाग देने पर जो संयुक्त मार्केट वैल्यू आता है, उसे ही नेट एसेट वैल्यू (एनएवी) कहते हैं।
म्यूचुअल फंड, खुदरा निवेशकों के पैसे को संस्थागत स्तर पर स्टॉक, बांड,आरईआईटी और अन्य इंस्ट्रूमेंट खरीदने के लिए जमा करते हैं।
उदाहरण के लिए, म्यूचुअल फंड ने स्कीम ए के लिए एक नए फंड ऑफर (एनएफओ) के तहत 1,00,000 रुपये जमा किए। इसमें हर यूनिट का एनएवी 10 रुपये है। यहां पर, एकत्रित किए गए पैसे के लिए कितने यूनिट बनाए जाने चाहिए, यह जानने के लिए म्यूचुअल फंड एनएवी का इस्तेमाल करता है।
स्कीम ए : 1,00,000 रुपये/10 रुपये =10,000 यूनिट
रवि ने स्कीम ए में 10,000 रुपये जमा किये हैं। यहां एनएवी से पता चलेगा कि रवि को अपने 10,000 रुपये निवेश के एवज में कितने यूनिट अलॉट होंगे।
रवि के पोर्टफोलियो में 10,000 रुपये/ 10 रुपये =1000 यूनिट
यहां पर यूनिट की संख्या का आकलन करने एमएफ, एनएवी का उपयोग कर रहा है।
एनएवी की गणना (कैलकुलेट) कैसे की जाती है?
म्यूचुअल फंड स्कीम ए लाइव होता है। इसने स्टॉक एक्सचेंज पर लाइव ट्रेडिंग कर रहे निफ़्टी 50 पर निवेश किया है। दिन की शुरुआत में इस स्कीम में कुल 1,00,000 रुपये का निवेश रहा। पर दिन के अंत में, स्कीम ए के तहत निहित स्टॉक की कुल कीमत 1,03,000 रुपये हो गई। अब एमएफ, एनएवी को इस प्रकार कैलकुलेट करेगा :
स्कीम का एनएवी = 1,03,000 रुपये /10,000 यूनिट = 10.30 रुपये
जैसे कि स्कीम का कुल रिटर्न 3% था ,वैसे ही रवि के निवेश का रिटर्न्स भी रहा।
रवि का निवेश =1,000 यूनिट्स x 10.30 रुपये =10,300 रुपये
यहां पर एनएवी को एक निवेशक के होल्डिंग का मूल्य निर्धारण करने के लिए उपयोग किया जा रहा है।
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हर पक्ष के लिए एनएवी की अहमियत
आप सोच रहे होंगे कि क्या किसी दो स्कीम के परफॉरमेंस की तुलना करने के लिए एनएवी का उपयोग किया जा सकता है। इसे एक उदाहरण से समझें। स्कीम बी वाला एक और एमएफ उसी तरह की सिक्योरिटी में निवेश करता है, लेकिनउसकी एनएवी 50 रुपये है। इससे स्कीम बी स्कीम ए के मुकाबले बेहतर नहीं हो जाता, क्योंकि दोनों स्कीम के बीच का एनएवी अंतर (प्रतिशत में ) एक ही जैसा है।
स्कीम ए | स्कीम बी | |
---|---|---|
निवेश | 10,000 रुपये | 10,000 रुपये |
एनएवी खरीदी | 10 रुपये | 50 रुपये |
यूनिट की संख्या | 1000 | 200 |
एनएवी की बिक्री | 11 रुपये | 55 रुपये |
एनएवी का प्रतिशत में अंतर | 10% | 10% |
निवेश मूल्य | 11,000 रुपये | 11,000 रुपये |
रवि ने इन दोनों स्कीम में 10,000 रुपये का निवेश किया है। उनकी कीमत 10% बढ़ती है और वह अपने यूनिट बेच लेता है। स्कीम ए में वह 1000 यूनिट बेचकर 11,000 रुपये पाता है जबकि स्कीम बी में 200 यूनिट बेचकर ही उसे उतनी राशि मिल जाती है। एनएवी की अहमियत सिर्फ यूनिट काउंट का हिसाब करने तक ही सीमित है और इसका रिटर्न या म्यूचुअल फंड के प्रदर्शन पर कोई असर नहीं होता है।
एनएवी बनाम स्टॉक की कीमत
कई निवेशक एनएवी और स्टॉक की कीमत के बीच अंतर नहीं समझ पाते क्योंकि ये दोनों ही एक यूनिट/सिक्योरिटी के खरीदी और बिक्री मूल्य का निर्धारण करते हैं। पर स्टॉक की कीमतें उस स्टॉक के मांग और आपूर्ति और इस पर निर्भर करती है कि उस एक शेयर के बदले निवेशक कितनी कीमत चुकाना चाहते हैं।
दूसरी तरफ, एनएवी पर निहित सिक्योरिटी के कीमत में बदलाव से असर पड़ता है। इसलिए, म्यूचुअल फंड खरीदते समय आपको फंड की परफॉरमेंस, फंड मैनेजर के अनुभव और निहित सिक्योरिटीज को देखना चाहिए।
एनएवी में बदलाव होता रहता है, इसलिए म्यूचुअल फंड में निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका एसआईपी है। इससे हर उतार-चढाव में नियमित रूप से यूनिट खरीदी जा सकती है, ताकि औसतन यूनिट की कीमत कम हो जाए। आप अपने निवेशों को एक्सिस बैंक के एसआईपी कैलकुलेटर के जरिए नियोजित कर सकते हैं और एक्सिस बैंक इजी एक्सेस सेविंग्स अकाउंट के जरिए म्यूचुअल फंड में ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं।
अस्वीकरण: यह लेख का उद्देश्य सिर्फ सूचना देना है। इस लेख में शामिल विचार व्यक्तिगत हैं और एक्सिस बैंक लिमिटेड और उसके कर्मचारियों के विचारों का इससे कोई संबंध नहीं है। इस लेख के कंटेंट और जानकारी के आधार पर पाठक द्वारा कोई भी वित्तीय निर्णय लेने पर होने वाले किसी भी प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष नुकसान या दायित्व के लिए एक्सिस बैंक लिमिटेड और/या इसके लेखक जिम्मेदार नहीं होंगे। कोई भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले आप अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।