4 मिनट, फ़रवरी 9, 2023
सुमुखी साठे, 27, को एक साल पहले अपना पहला क्रेडिट कार्ड मिला था। इसको इस्तेमाल करना आसान था। उनको कपड़ों, इलेक्ट्रोनिक, बाहर खाना खाने, मूवी टिकट और कई चीजों पर अच्छी डील और ऑफर मिल जाते थे। जब उनके परिवार में मेडिकल इमर्जेंसी हुई तो भी ये क्रेडिट कार्ड उनके बहुत काम आया था। पास में पैसे न होने के बावजूद उन्होंने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके हॉस्पिटल बिल का भुगतान कर दिया था।
इन फायदों से खुश होकर सुमुखी ने अतिरिक्त क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन किया और उसका इस्तेमाल भी शुरू का दिया। लेकिन वो क्रेडिट कार्ड का नियमित भुगतान नहीं करती थीं। जल्द ही उनकी क्रेडिट कार्ड बकाया राशि कई कार्ड से आगे निकल गई और 2.5 लाख रुपए तक पहुंच गई थी। अपने ऊपर बढ़ते कर्जे की चिंता में उन्होंने आर्थिक सलाहकार अंकल से परामर्श किया था। उन्होंने सुमुखी को क्रेडिट कार्ड के कर्जे से बचने के लिए निम्न सलाह दी -
आधारभूत :
जैसा कि सुमुखी ने अनुभव किया, क्रेडिट कार्ड सुविधा के मामले में बेहतरीन होते हैं। लेकिन इन कार्ड पर खर्च हुआ हर रुपया अनसिक्योर्ड लोन होता है। देय तिथि के बाद कार्ड पर बकाया राशि के लिए कार्डहोल्डर को न्यूतम भुगतान (आमतौर पर मासिक बिल का 5%) करने का विकल्प दिया जाता है।
लेकिन बैंक बकाया राशि पर 2.5% - 4.00% प्रति माह या 30-48% सालाना ब्याज दर वसूलते हैं। इसकी वजह से क्रेडिट बकाया राशि बहुत ज्यादा हो सकती है।
पूरी राशि का भुगतान :
कार्डहोल्डर के लिए ये सबसे अच्छा होता है कि वो हर महीने देय तिथि आने से पहले ही कुल राशि का भुगतान कर दें। इसमें कोई भी ब्याज शुल्क नहीं लगेगा और आप पूरे महीने मुफ्त क्रेडिट का मजा ले पाएंगे।
.कैश एडवांस नहीं :
कार्ड को एडवांस कैश लेने के लिए इस्तेमाल न करें। इनमें भारी ब्याज दर और फीस लगती है।
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बजट बनाएं और उसका पालन करें :
आर्थिक अनुशासन का पहला नियम है कि बजट बनाकर उसका पालन किया जाए। अगर आप अपने कार्ड पर कर्ज लिए बिना नया गैजेट नहीं खरीद सकती हैं तो आप उसे वहन नहीं कर सकती हैं।
कार्ड की सीमित संख्या :
आपके पास जितने ज्यादा क्रेडिट कार्ड होंगे, उतना ही संसाधनों से ज्यादा खर्च करने का मन भी करेगा। कई सारे कार्ड के साथ अपने खर्चों, देय तिथि और भुगतान पर नजर बनाए रखना कठिन हो जाता है। 2 कार्ड से ज्यादा लेने से बचें।
कर्जों को संघठित करना :
सुमुखी के अंकल ने कहा कि उनके पास बस एक ही तरीका है कि वो अपने कर्जों को संघठित कर लें और इनका भुगतान कर दें। उन्होंने सलाह दी कि उन्हें अपने बैंक से 2.5 लाख रुपए तक का पर्सनल लोन लेना होगा।
जब पहले से ही काफी कर्जा हो, तब नया लोन लेना काफी परेशानी खड़ी कर सकता है। लेकिन क्रेडिट कार्ड पर वसूली जाने वाली ब्याज दर की तुलना में पर्सनल लोन पर लगने वाली ब्याज दर काफी कम होती है, इसलिए सुमुखी के लिए ये अच्छा विकल्प है। उनको ऐसा लोन लेकर अपने कर्जे का भुगतान कर देना चाहिए। इस तरह से उनके ब्याज वाले खर्चे की बचत होगी।
ऐसा करने के बाद सुमुखी को समय पर क्रेडिट कार्ड ईएमआई (एक समान मासिक किश्त) का भुगतान कर देना चाहिए और ऐसा करने से चूकना नहीं चाहिए।
सुमुखी के अंकल ने उन्हें ये भी सलाह दी कि वो इस पूरे मामले को सीख के तौर पर लें और ये गलती दोबारा बिलकुल न करें, जिसकी वजह से उनके क्रेडिट कार्ड पर इतना कर्ज हो गया था।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है। इस लेख में व्यक्त किए गए विचार व्यक्तिगत हैं और जरूरी नहीं कि एक्सिस बैंक लिमिटेड और उसके कर्मचारियों के विचार हों। एक्सिस बैंक लिमिटेड और/या लेखक कंटेंट और जानकारी के आधार पर किसी भी वित्तीय निर्णय लेने के लिए पाठक द्वारा किए गए किसी भी प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष नुकसान या देयता के लिए ज़िम्मेदार नहीं होंगे। कोई भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।